कुल्लू मनाली यात्रा तीसरी बार भाग 2 में आपका स्वागत है।
इस समय यहाँ पर हवा बहुत तेज़ चल रही थी वो भी एकदम ठण्डी , बर्फ भी बहुत पड़ी हुयी थी यहाँ पर जब हम तीसरी बार गए थे। जैसा कि आपको मालूम ही होगा की हम बात कर रहे है मढ़ी की जो कि रोहतांग पास से करीब 15 किलोमीटर पहले पड़ती है।
यह वो समय था जब हमारे यहाँ (दिल्ली एरिया) में बहुत गर्मी पड़ रही थी। गर्मी को आधार मानते हुए हमने प्लान बनाया की इस बार रोहतांग जाने का रास्ता खुल गया होगा और नेट पर भी रास्ता खुला हुआ पता चला था तो हमने मनाली जाने का प्लान बना लिया।
जब मनाली पहुंचे तो पता चला कि रोहतांग दर्रा जाने का रास्ता केलांग जाने वालो के लिए ही खुला है अन्य यात्रियों के लिए नहीं। अब मनाली आ ही गए है तो मढ़ी तक ही चलते है।
हवा बहुत सर्द चल रही थी , मन कर रहा था कि हवा से बचकर कहीं छुपकर बैठा जाये परन्तु ऐसा हो न सका क्योंकि हम पहाड़ो पर आये है घूमने के लिए छुपने के लिए नहीं। तो अब चल दिए थोड़ी मस्ती करने के लिए। कभी बर्फ के छोटे छोटे गोले बनाते बाद में उन्हें उछाल कर फोड़ देते तो कभी एक दूसरे के ऊपर बर्फ की बौछार कर देते। वाह क्या नज़ारा था वहाँ का, आज भी मन में तस्वीर छपी हुई है उस दौरान की जब हम वह पर मस्ती कर रहे थे ओर घुम्मकड़ी होती ही इसलिए है कि आप जहाँ भी जाये वहाँ की तस्वीर आपके दिल और दिमाग में बस जाये।
दीपिका और धर्मेंद्र जी।
जब कभी भी टूर का प्लान किया जाता है तो धर्मेंद्र जी ही अंतिम फैसला लेते है और वो जो फैसला लेते है , उससे हम सहमत होते है क्योंकि वो हमेशा ही सही फैसला लेते है।
हां भाई देख लीजिये , बहुत बर्फ पड़ी हुई है , चारो ओर बर्फ की चादर बिछी हुई है।
ये देखो मस्ती के पल
उछालो भाई उछालो
अन्य टूरिस्ट
जितेंद्र कुमार ओर दीपिका जी
थोड़ी मस्ती तो बनती है मेरे दोस्तों
अभी तो जोश में पकड़ी हुयी है पता तो बाद में चलेगा
बर्फ को ज्यादा देर हाथ में लेने से हाथ सुन्न हो जाते है और साथ में हाथों में दर्द भी होने लगता है।
यहाँ पर आपके लिए खाने और पीने की पुरी सुविधा उपलब्ध है परन्तु ये सारी चीजे आपके थोड़े महँगे दामों पर मिलती है। कभी कभी यहाँ पर बिकने वाली वस्तुओं का रेट 2 से 4 गुना तक होता है , फिर भी खरीदने वाले तो खरीदते ही है और फुल एन्जॉयमेंट करते है।
गाड़ियों की पार्किंग
एक फोटो बर्फ के साथ हो जाये
सेल्फी भी जरूरी है
थक गया था तो सोचा थोड़ा आराम कर लिया जाये
क्या सुन्दर नज़ारा है
अदभुद नज़ारा
ये क्षेत्रफल हिमालय का हिस्सा है
कृत्रिम स्नो फॉल
बर्फ की दीवार
अन्य टूरिस्टो को राय देना चाहूंगा कि अगर आप भी मनाली के लिए टूर प्लान कर रहे है और आपका बजट भी कम है तो आप एक ग्रुप बना लीजिये और ग्रुप के साथ आये, तो आपके बजट पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
ग्रुप में यात्रा करके के अनेक लाभ है जो कि इस प्रकार है - आप कम बजट में भी यात्रा कर सकते है , दोस्तों के साथ फुल मस्ती कर सकते है , खर्चे भी सब में बाँट लिया जाता है , ग्रुप के मेंबर्स आपको उत्साहित करते रहेंगे आदि।
बाकी अगले भाग में
(धन्यवाद)
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