तारीख 14/11/2012
रेलगाड़ी संख्या ( तमिलनाडू सुपर फास्ट एक्सप्रेस ) 12622
नई दिल्ली से चेन्नई की दूरी 2184 किलोमीटर
यात्रियों के नाम ( जितेन्द्र कुमार , धर्मेन्द्र तथा हमारी छोटी बहन दीपिका कुमारी )
यात्रियों का पता गाँव - डूगरपुर रीलखा, दनकौर, जिला - गौतम बुद्ध नगर (उत्तर प्रदेश)
हमारी रामेश्वरम यात्रा शुरू होती है नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से।
हमारी गाड़ी का नाम तमिलनाडू सुपर फास्ट एक्सप्रेस जो नई दिल्ली से चेन्नई सेंट्रल जाती है ये गाड़ी रात को चलती है फिर पूरी रात चलती है और अगले पुरे दिन चलती है फिर पूरी रात और अगले दिन (लगभग 33 घंटे में) सुबह करीब आठ बजे तक उतार देती है ।
इस गाड़ी में खाना भी मिलता है इसमें एक डिब्बा रसोई का है जिसमें खाना बनता है । मेरी सीट के सामने वाली सीट पर एक श्रीलंका का बुजुर्ग आदमी बैठा था| उसके साथ ओर भी लोग थे । वे लोग टूर पर आये थे करीब 50 लोग थे ग्रुप में, वे लोग अंग्रेजी जानते थे लेकिन वो बुजुर्ग आदमी अंग्रेजी नहीं जानता था। अब आप सोच रहे होंगे कि इसको कैसे पता तो मैं आपको दूँ कि जब टी-टी ने उनसे टिकट माँगा तो उसकी समझ में न हिंदी आई और ना अंग्रेजी टी - टी परेशान हो गया बहुत देर तक मुंड मरता रहा तब उसके ग्रुप के आदमी ने सब की टिकट दिखा दी और अंग्रेजी में बाते भी की टी -टी से । हमसे एक गलती हो गयी कि उनका फोटो नहीं खींचा हमने । हमने पहली बार इतनी लम्बी यात्रा की। हमारी गाड़ी सुबह करीब 7 बजे स्टेशन पर पहुँच गयी । हम गाड़ी से उतरे तो अगली खिड़की सारे श्रीलंका के लोग इकट्ठा थे । जो बुढा आदमी पास बैठा था उसने हमारी ओर हाथ हिलाया फिर हमने भी उनकी तरफ हाथ हिल दिया तो वह बहुत खुश हुआ । मेरी सीट के सामने एक आदमी और था और वो चेन्नई का ही था । आदमी जानकारी दी और बताया की चेन्नई सेंट्रल स्टेशन से चेन्नई एग्मोरे जाने के लिए टेम्पो वाले को 80 रूपये के करीब ही देना लोग बाहर के लोगो से बहुत अधिक रुपये लेते है । जैसा उस आदमी ने कहा वैसा ही हुआ । हुआ ये कि एक टेम्पो वाला मिला वह हिंदी नही जनता था और हम अंग्रेजी नहीं जानते थे बहुत कम अंग्रेगी जानते थे । हमने उससे जाकर कहा चेन्नई एग्मोर इतना कहते ही वह समझ गया उसने अंग्रेजी में तीनो का किराया बताया 180 रुपये हमने मना कर दिया वह कम करता गया लेकिन उससे हमारी बात नहीं बनी हम आगे बढ़ गये और एक टेम्पो वाला मिला वह थोड़ी हिंदी भी जनता था फिर वह हमें 80 रुपये में चेन्नई एग्मोर स्टेशन छोड़ आया । वहां पर हम थोड़ी देर रूके और हमने टेम्पो वाले से पूछा की यहाँ से समुन्द्र का किनारा ( मरीना बीच ) कितनी दूर है तो उसने बताया की लगभग 7 किलोमीटर दूर है । हमने उससे किराया पूछा तो उसने 200 रुपये एक घण्टे के लिए । बताया हम अनजान होने की वजह से उसके साथ चल दिए । जाते समय हमने वहां का क्रिकेट स्टेडियम देखा जो बाहर सड़क से ही दिख रहा था ।
हमने वहाँ पर पहली बार समुन्द्र देखा तेज हवा चल रही थी । पानी में गडगडाहट हो रही थी समुन्द्र देखा कर आनंद आ रहा था ।
करीब 20 -30 फुट तक की लहर उठ रही थी । पहले तो मैं तो किनारे पर खड़ा था और धर्मेन्द्र और दीपिका थोडा समुन्द्र के पास जाकर अपने पैरों को पानी में भिगो रहे थे फिर मैं भी उनके पास चला गया और धर्मेन्द्र जी बहार आकर हमारी विडियो बनाने लगे । जैसा की उन्होंने मुझे बताया की लहर के साथ ऐसे लगता है की पैरो टेल जमीन खिसक रही हो बिल्कुल ऐसा ही था मैं तो दो बार गिरने से भी बच गया लेकिन मज़ा आ गया वहाँ जाकर । उन्होंने बताया की जैसे ही पाने हमारे पैरो के पास आकर जाता है तो ऐसा लगता है जैसे पैरो के नीचे से जमीन खिसक रही हो । कभी-कभी तो पानी मेरे पास तक आ जाता था हम तीनो को वहां बहुत आनद आनंद आया और एक घंटा कब बीत गया हमें पता ही नहीं चला । फिर हम वापस चेन्नई एग्मोर स्टेशन पर आ गए ।
एक बात और बता दूँ आपको की यहाँ पर गाड़ी एक तरफ ही ज्यादा चलती है क्योंकि हम गए अलग रस्ते से और आये अलग रस्ते से और सारी गाड़ियाँ एक तरफ ही जा रही थी ।
स्टेशन पर आकर हम प्रतीक्षालय में रुके और शाम होने पर स्टेशन के प्लेटफार्म पर आ गए और अपनी वाली गाड़ी का इंतजार करने लगे ।
अब कुछ फोटो हो जाये
ये फोटो फ़ोन के है
अब कैमरा के फोटो.....
अगले भाग में जारी ……
1. रामेश्वरम यात्रा नई दिल्ली से चेन्नई सेंट्रल
2. रामेश्वरम यात्रा फ़ोटो चेन्नई रेलवे स्टेशन और मरीना बीच
3. रामेश्वरम यात्रा चेन्नई एग्मोर से रामेश्वरम
हमने वहाँ पर पहली बार समुन्द्र देखा तेज हवा चल रही थी । पानी में गडगडाहट हो रही थी समुन्द्र देखा कर आनंद आ रहा था ।
करीब 20 -30 फुट तक की लहर उठ रही थी । पहले तो मैं तो किनारे पर खड़ा था और धर्मेन्द्र और दीपिका थोडा समुन्द्र के पास जाकर अपने पैरों को पानी में भिगो रहे थे फिर मैं भी उनके पास चला गया और धर्मेन्द्र जी बहार आकर हमारी विडियो बनाने लगे । जैसा की उन्होंने मुझे बताया की लहर के साथ ऐसे लगता है की पैरो टेल जमीन खिसक रही हो बिल्कुल ऐसा ही था मैं तो दो बार गिरने से भी बच गया लेकिन मज़ा आ गया वहाँ जाकर । उन्होंने बताया की जैसे ही पाने हमारे पैरो के पास आकर जाता है तो ऐसा लगता है जैसे पैरो के नीचे से जमीन खिसक रही हो । कभी-कभी तो पानी मेरे पास तक आ जाता था हम तीनो को वहां बहुत आनद आनंद आया और एक घंटा कब बीत गया हमें पता ही नहीं चला । फिर हम वापस चेन्नई एग्मोर स्टेशन पर आ गए ।
एक बात और बता दूँ आपको की यहाँ पर गाड़ी एक तरफ ही ज्यादा चलती है क्योंकि हम गए अलग रस्ते से और आये अलग रस्ते से और सारी गाड़ियाँ एक तरफ ही जा रही थी ।
स्टेशन पर आकर हम प्रतीक्षालय में रुके और शाम होने पर स्टेशन के प्लेटफार्म पर आ गए और अपनी वाली गाड़ी का इंतजार करने लगे ।
अब कुछ फोटो हो जाये
ये फोटो फ़ोन के है
चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुँचने से पहले
चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन
बराबर वाली रेल में ही हम आये थे ।
चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन
ये जो दो औरतें पास में दिख रही हैं ये श्रीलंका की हैं ।
चेन्नई रेलवे स्टेशन बाहर से देखने पर
ये सारी मंजिलें चेन्नई रेलवे स्टेशन की ही है ये स्टेशन के बराबर में है ।
बाहर से खिंचा गया फोटो
चेन्नई सेंट्रल स्टेशन
स्टेशन से थोडा आगे चलने पर
चेन्नई एग्मोर रेलवे स्टेशन काफी अच्छा है
ये फोटो चेन्नई एग्मोरे रेलवे स्टेशन का है यहाँ पर एक बिल्ली का बच्चा बैठा है ।
हम तीनो की परछाई आ रही है ।
हमारी बहन दीपिका और धर्मेन्द्र जी
धर्मेन्द्र जी पीछे उठती हुई लहरों को देख रहे है
धर्मेन्द्र जी और हमारी बहन दीपिका जी दोनों अपने पैरो को लहरों में भिगो रहे है ।
ये लड़का इस समुन्द्र में बहुत देर से नहा रहा था और देखिये ये लहरों के ऊपर कूदता है ।
ये देखिये ये वो ही लड़का है जो लहरों के ऊपर कूद रहा था धर्मेन्द्र जी और हम सब इस लड़के को देख रहे है ।
ये लड़का बहुत हिम्मत वाला लगता है ।
ये मरीना बीच पर उठती हुई लहरें
ये चेन्नई एग्मोर रेलवे स्टेशन का फोटो है
चेन्नई एग्मोर रेलवे स्टेशन के प्रतीक्षालय में बैठे जितेन्द्र कुमार और हमारी बहन दीपिका कुमारी
चेन्नई एग्मोर रेलवे स्टेशन
पीछे दीपिका और जितेन्द्र कुमार दनकौर वाले बैठे हैं
चेन्नई एग्मोर रेलवे स्टेशन
दीपिका और जितेन्द्र कुमार दनकौर वाले फोटो धर्मेन्द्र जी ने खींचा है
धर्मेन्द्र और दीपिका उठती हुई लहरों को देख रहे हैं
ये लहर आवाज बहुत तेज करती है ।
धर्मेन्द्र और दीपिका चेन्नई के मरीना बीच पर
धर्मेन्द्र जी जितेन्द्र कुमार की ओर हाथ हिला रहे हैं
धर्मेन्द्र और दीपिका लहरों के बीच में
धर्मेन्द्र जी और दीपिका कुमारी धर्मेन्द्र जी गिराने से संभल रहे हैं ।
धर्मेन्द्र जी और दीपिका लहरों को देख रहे है और धर्मेन्द्र जी फोटो खींच रहे हैं ।
धर्मेन्द्र जी यहाँ पर गिरने से बचते हुए ।
अगले भाग में जारी ……
1. रामेश्वरम यात्रा नई दिल्ली से चेन्नई सेंट्रल
2. रामेश्वरम यात्रा फ़ोटो चेन्नई रेलवे स्टेशन और मरीना बीच
3. रामेश्वरम यात्रा चेन्नई एग्मोर से रामेश्वरम
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें